IndiGo इस समय एक ऐसी स्थिति में है, जिसने देशभर के यात्रियों को परेशान कर दिया है। लगातार उड़ानें रद्द होने, घंटों की देरी और ऑपरेशनल गड़बड़ियों के बाद मामला इतना बढ़ गया कि Civil Aviation Ministry को सीधे हस्तक्षेप करना पड़ा। मंत्रालय ने एयरलाइन को निर्देश दिया है कि सभी प्रभावित यात्रियों को पूरा Refund तुरंत लौटाया जाए।
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर कई वीडियो और शिकायतें वायरल हो रही थीं, जहां लोग एयरपोर्ट पर घंटों फंसे दिखे। बच्चों, बुजुर्गों और जरूरी यात्राओं पर निकले लोगों को जिस तरह की दिक्कतें आईं, उससे सरकार को यह कदम उठाना पड़ा।
क्या हुआ और क्यों बढ़ा IndiGo का संकट
पिछले सप्ताह कई IndiGo फ्लाइट्स अचानक रद्द की गईं। कई यात्रियों को उड़ान रद्द होने की जानकारी समय पर नहीं मिली। कई लोग 6 से 8 घंटे तक एयरपोर्ट पर इंतजार करते रहे। कुछ जगह पर गेट-बदली की जानकारी भी समय पर नहीं दी गई। Refund और रीबुकिंग को लेकर भी यात्रियों को स्पष्ट जवाब नहीं मिला। इन शिकायतों के चलते मामला तेजी से वायरल हुआ और मंत्रालय तक पहुंच गया।
मंत्रालय का सख्त निर्देश
Civil Aviation Ministry ने IndiGo को साफ आदेश दिए हैं कि सभी रद्द और प्रभावित उड़ानों के Refund तुरंत जारी किए जाएं। किसी भी यात्री से Rescheduling के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। सामान देरी से पहुंचने या खोने की स्थिति को 48 घंटे के अंदर सुलझाना होगा। एयरलाइन को एक विशेष टीम बनानी होगी जो Refund और शिकायतों को तेजी से देखे। DGCA इन सभी निर्देशों की निगरानी करेगा और उल्लंघन होने पर कार्रवाई कर सकता है।
कमजोरी कहाँ थी और IndiGo क्यों लड़खड़ाया
सूत्रों के अनुसार IndiGo कई वजहों से प्रभावित हुआ। कुछ सेक्टरों में क्रू की कमी थी। शेड्यूलिंग में गड़बड़ियां थीं। छुट्टियों के सीजन में बढ़ती मांग से सिस्टम पर दबाव बढ़ गया। कुछ एयरपोर्ट्स पर अचानक भीड़ बढ़ने से संचालन प्रभावित हुआ। सबसे बड़ी कमजोरी यह रही कि यात्रियों को समय पर सूचना नहीं दी गई।
यात्रियों के लिए राहत
सरकार के निर्देश के बाद यात्रियों को कुछ राहत मिली है। जिनकी फ्लाइट रद्द हुई है, उनसे किसी तरह का अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। यात्री अपनी सुविधा के अनुसार नई फ्लाइट चुन सकते हैं या पूरा Refund ले सकते हैं। एयरलाइन को खुद यात्रियों से संपर्क करना होगा और अपडेट देना होगा ताकि यात्रियों को कस्टमर सपोर्ट के पीछे न भागना पड़े।
Airfare पर असर
फ्लाइट्स रद्द होने से कई रूट्स में टिकट कीमतें बढ़ गईं। यात्रियों ने शिकायत की कि एक ही दिन में किराया काफी ज्यादा बढ़ गया। इस पर सरकार ने सभी एयरलाइंस को सलाह दी है कि किराए को स्थिर रखें और अचानक दोगुना-तीन गुना किराया न करें।
IndiGo का रुख
IndiGo ने बयान जारी करते हुए कहा है कि यात्रियों को हुई असुविधा के लिए उन्हें खेद है और स्थिति को जल्द सुधारने पर काम चल रहा है। टीमों को Refund और रीबुकिंग को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि यात्रियों का कहना है कि हालात अभी तक पूरी तरह सामान्य नहीं हुए हैं।
यात्रियों को क्या करना चाहिए
अगर आपकी फ्लाइट प्रभावित हुई है, तो आप अपनी PNR से Refund या Rebooking की स्थिति वेबसाइट या ऐप पर देख सकते हैं। ईमेल का जवाब न मिले तो चैट सपोर्ट का उपयोग करें। गंभीर समस्या होने पर AirSewa या DGCA पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें। टिकट, रसीद और एयरलाइन के सभी मैसेज संभालकर रखें।
निष्कर्ष
IndiGo की मौजूदा स्थिति ने एक बार फिर दिखाया है कि भारत का एविएशन सेक्टर अभी भी कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। यात्रियों की नाराजगी जायज है और सरकार का हस्तक्षेप जरूरी था। आने वाले दिनों में यह साफ होगा कि IndiGo कितनी तेजी से स्थिति नियंत्रित कर पाती है और यात्रियों का भरोसा वापस जीत पाती है।
